फूलों की दुनियाँ में लाल रंग का एक अलग ही महत्व है. लाल रंग के फूलों के नामों (Red Flowers Name) की सूची बहुत लंबी है. आईये आपको उन फूलों के बारे में विस्तार से जानकारी देते है.
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लाल रंग के 31 फूलों के नाम | 31 Red Flowers Name
दुनियाँ में लाखों प्रकार के फूल पाए जाते है. उन फूलों के नाम ज़्यादातर उनके गुणों या उपयोगिता के आधार पर रखे जाते है. फूलों के नाम के आधार पर भारतीय फूलों और विदेशी फूलों में अंतर कर पाना संभव नहीं है. फूलों के वैज्ञानिक नाम भी रखे जाते जो विश्व के हर देश में एक समान होते हैं.
फूलों का रंगों के आधार पर भी विभाजन किया गया है. किसी को सफ़ेद रंग के फूल पसंद होते है तो किसी को लाल. पीले, गुलाबी, हरे, काले, नारंगी, और नीले रंग के फूल भी लोगों द्वारा बहुत पसंद किए जाते है. कुछ लोग सुगंधित फूलों के प्रति ललायित होते है. फूलों के रंगों में विविधता के साथ-साथ उसके गुणों और उपयोगों में भी अंतर होता है. एक ही प्रजाति के फूल कई रंगों में पाए जाते है.
इस लेख में हम आपको 11 लाल रंग के फूलों के नाम (Red Flowers Name) बताएंगें. नाम के साथ-साथ उन फूलों की विशेषता और अन्य बातों की जानकारी भी देंगे. आईये लाल रंग के फूलों के नाम (Red Flowers Name) के बारे में आपको जानकारी देते है.
1. ग्लेडियोलस (Gladiolus)
लाल रंग के फूलों के नामों (Red Flowers Name) की हमारी सूची में पहला नाम ग्लेडियोलस है. बहुत ही सुंदर दिखने वाला यह लाल रंग का फूल बगीचे की शोभा में चार चाँद लगाता है. इसके पत्ते लंबे और नुकीले होते है. नुकीले पत्तों के करण ही इसका नाम ग्लेडियोलस (Gladiolus) रखा गया है. इस फूल के तने में से ही फूल खिलते है. बुके (Bouquet) बनाने में इस फूल का विशेष प्रयोग किया जाता है.
यह फूल अन्य रंगों में भी पाया जाता है पर लाल रंग के ग्लेडियोलस को सबसे ज़्यादा पसंद किया जाता है. इसका पौधा छोटा होता है इसलिए इसे गमले में भी लगाया जा सकता है.इसकी 250 से ज़्यादा प्रजातियाँ होती है.
इसे Sword Lily के नाम से भी जाना जाता है. अक्तूबर से लेकर फरवरी तक खिलने वाले इस फूल में औषधीय गुण भी होते है. सर्दी, खाँसी, बुखार, और पेट संबंधी समस्याओं के उपचार में इसका उपयोग किया जाता है.
2. रक्त केतकी (Bleeding Heart)
लाल रंग के फूलों के नामों (Red Flowers Name) की सूची में यह दूसरे स्थान पर आता है. हलकी गर्मियों के मौसम में खिलने वाला यह फूल अपने नाम के साथ-साथ आकार में भी विचित्र होता है. इसका पौधा लता के जैसा होता है. अच्छे तरह से विकसित होने के लिए इसे हल्के धूप की आवश्यकता होती है.
गमले में लगाया जाने वाला यह फूल बहुत सुंदर होता है. नम और नरम मिट्टी में बहुत अच्छे से खिलता है. ज़्यादा गिली मिट्टी में यह विकसित नहीं हो पाता.
इसे कलम द्वारा लगाया जाता है. इसे अच्छी तरह से देखभाल की आवश्यकता होती है. समय-समय पर समान्य खाद देते रहने से यह बहुत जल्दी और लंबे समय तक विकसित रहता है. घर और बगीचे की शोभा बढ़ाने के लिए यह एक उपयुक्त फूल है. इसे Good Morning Flowers के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है.
3. काँटों का ताज (Euphorbia Milii)
काँटेदार पौधों पर खिलने वाला यह फूल दिखने में बहुत सुंदर होता है. लाल रंग के फूलों के नामों की सूची (Red Flowers Name List) इसके बिना पूरी नहीं हो सकती. इसके पौधों की विशेषता यह है कि एक बार यह अच्छे से विकसित होने पर सालों तक जीवित रहता है और इसे ज़्यादा देखभाल की ज़रूरत भी नहीं होती है.
इसके नाम से ही यह स्पष्ट है कि इसके पौधों में काँटे होते है. यह अन्य रंगों (पीला, गुलाबी, इत्यादि) में भी पाया जाता है. इसके पौधों को ज़्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है.
इसे अक्सर घर की शोभा बढ़ाने के लिए लगाया जाता है. कहा जाता है कि प्रभु यीशु मसीह (Jesus) को इसके ही काँटों का ताज पहनाकर क्रॉस (Cross) पर चढ़ाया गया था.
4. रतनजोत (Jatropha)
रतनजोत को सुंदररुपा और लाल चाँदनी के नाम से भी जाना जाता है. बहुत ही सुंदर दिखने वाला यह फूल गर्मियों के मौसम में खिलता है. इसे बीज और कलम दोनों विधियों द्वारा लगाया जाता है. साधारण सी देखभाल की ज़रूरत वाला लाल रंग का यह फूल को बहुत ज़्यादा उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है.
यह दक्षिण अमेरिका मूल का फूल है. इसे खिलने के लिए अच्छे धूप की आवश्यकता होती है. इसके पौधें 4 से 5 मीटर तक उँचे होते है. इसके जड़ों का उपयोग रंग बनाने में किया जाता है.
इसके कुछ प्रजाति के पौधों की पत्तियाँ त्रिशूल के आकार की होती है. इसे ज़्यादा पानी की ज़रूरत नहीं होती है. इसके फलों से डीजल (Diesel) और Bio Chemicals बनाए जाते है इसलिए इसे डीजल फूल (Diesel Flower) भी कहा जाता है.
5. पटाखा फूल (Firecracker)
लाल फूलों के नाम (Red Flowers Name) की सूची में यह विचित्र नाम वाला फूल भी शामिल है. पटाखा फूल के पौधों पर लगभग पूरे साल फूल खिलते है. गर्मियों के महीने में इसके पौधों पर ज़्यादा फूल खिलते है. सर्दी के मौसम में केवल 2 महीनों के लिए इसके पौधों पर फूल नहीं खिलते.
यह फूल पक्षियों को अपनी ओर आकर्षित करता है. अगर आप चाहते है कि आपका आँगन या बगीचा पक्षियों से भरा रहे तो आपको पटाखा फूल ज़रूर लगाना चाहिए.
गहरे लाल और पतले फूल होने के कारण ही इसे पटाखा फूल कहा जाता है. इसके पौधें कुछ इंच ऊपर उठने के बाद नीचे की ओर जाते है जिससे कि झरने (Fountain) के जैसी आकृति बन जाती है. इस झरने के जैसी आकृति के कारण इसके पौधों को Fountain Bush भी कहा जाता है.
इसे हर तरह की मिट्टी में लगाया जा सकता है. नेक्टर (Nectar) इकठ्ठा करने के लिए यह सबसे अच्छा फूल है. इसके पत्ते सुई के जैसे नुकीले होते है. इसे पूरी तरह से खिलने के लिए अच्छे धूप की आवश्यकता होती है.
6. बनफसा (Petunia)
लाल रंग के फूलों के नामों (Red Flowers Name) की सूची बन रही हो और उसमें बनफसा (Petunia) का ना शामिल होना नामुमकिन है. बनफसा कई अन्य रंगों में भी पाया जाता है पर लाल रंग का बनफसा (Petunia) सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध और पसंद किया जाने वाला फूल है.
यह सर्दियों के मौसम में खिलने वाला फूल है. अगर इसकी अच्छी तरह से देखभाल की जाए तो इसके पौधों पर मार्च और अप्रैल के महीने तक फूल खिलते है. इसे बीज और कलम दोनों विधियों द्वारा लगाया जा सकता है. इसके पौधे छोटे होने के कारण लोग इसे गमलों में भी लगाते है.
रेतीली मिट्टी में इसका पौधा अच्छे से विकसित नहीं हो पाता. हल्कि और भुरभुरी मिट्टी इसके लिए सबसे ज़्यादा उपयुक्त होती है. इसकी अन्य प्रजातियाँ भी होती है. इसके पौधों पर बहुत ज़्यादा संख्या में फूल आते है इसलिए लोग अपने घरों में लगाकर अपने घर की शोभा बढ़ाते है.
7. आइस फूल (Ice Plant Flower)
यह सर्दी और गर्मी दोनों ही मौसमों में खिलने वाला एक खूबसूरत फूल है. यह लाल के अलावा अन्य रंगों (सफ़ेद, गुलाबी, इत्यादि) रंगों में भी पाया जाता है. इसे सभी तरह की मिट्टी में लगाया जा सकता है पर रेतीली मिट्टी में इसके फूल बहुत अच्छी तरह से विकसित होते है.
इसे ज़्यादा धूप और कम पानी की आवश्यकता होती है. ज़्यादा पानी देने से इसकी जड़े गल जाती है. आइस फूल की पत्तियाँ बहुत पतली होती है. इसे लगाने के लिए बीज का इस्तेमाल किया जाता है.
इसके पौधों के पत्तों पर पानी के बूँदों के जैसी आकृति बनी होती है इसलिए इसे आइस फूल कहा जाता है. इसे किड़ो से बचाकर रखना पड़ता है.
8. बुरूंश (Rhododendron)
लाल रंग के फूलों के नामों (Red Flowers Name) की सूची में बुरूंश (Rhododendron) को पहला स्थान मिलना चाहिए था पर लोकप्रियता के आधार पर हमने इसे 8 वां स्थान दिया है. ऊँचे पेड़ों पर पाया जाने वाला यह लाल फूल पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है.
यह देखने में खूबसूरत और मनमोहक होता है. इसके फूल की खट्टी मीठ्ठी सब्जी को लोग बड़े चाव से खाते है. मार्च के महीने से जब गर्मियों की शुरुआत होती है तब इसके पेड़ों पर कलियाँ खिलनी शुरू हो जाती है.
बुरूंश (Rhododendron) को उत्तराखंड का राज्य वृक्ष घोषित किया गया है. बुरूंश हिमाचल प्रदेश और नागालैंड का राज्य पुष्प है. यह सुंदर फूल नेपाल का राष्ट्रीय फूल भी है. भारत और नेपाल के अलावा यह श्री लंका, भूटान, म्यन्मार, और चीन में भी पाया जाता है. इसकी लगभग 80 से ज़्यादा प्रजातियाँ होती है.
इसमें औषधीय गुण भी होते है. चोट और घाव पर इसके लेप (Pest) का प्रयोग करने से चोट और घाव जल्दी भरते है. यह kidney की अशुद्धियाँ को साफ़ करता है. इससे खाद्य पदार्थों जैसे चटनी, मुरब्बा इत्यादि का भी निर्माण किया जाता है.
9. साल्विया (Salvia)
साल्विया (Salvia) सर्दी के मौसम में खिलने वाला एक सुंदर पुष्प है. इसका पौधा छोटा होता है और इसे गमले में आसानी से लगाया जा सकता है. इसका रोपण बीज के माध्यम से किया जाता है. इसके पौधों पर अक्तूबर से लेकर अप्रैल के महीने तक फूल आते है पर नवंबर से लेकर जनवरी के महीने तक इसके फूल ज़्यादा संख्या में खिलते है.
यह फूल लाल रंग के अलावा अन्य 5-6 रंगों में भी पाया जाता है. इसके पौधों के पत्ते गहरे हरे रंग के होते है. लाल और हरे रंग का मेल इसके पौधों की सुंदरता को और बढ़ाते है.
कम धूप में भी इसके पौधे अच्छी तरह से विकसित होते है. पौधे और फूलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इसकी जड़ों में खाद डालना अच्छा होता है. इसके पौधों में कीड़े जल्दी लगते है इसलिए समय-समय पर कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करते रहना चाहिए.
10. स्नैप ड्रैगन (Snap Dragon)
स्नैप ड्रैगन (Snap Dragon) को बीज और कलम दोनों विधियों द्वारा लगाया जा सकता है. इसके फूलों की आकृति थोड़ी बहुत ड्रैगन से मिलती है इसलिए इसका नाम स्नैप ड्रैगन (Snap Dragon) रखा गया है. इसके पौधों को धूप की आवश्यकता होती है इसलिए इसे ऐसी जगह पर लगाना चाहिए जहाँ इसे कम से कम 2 से 3 घंटे की धूप मिल सके.
नम मिट्टी में इसका पौधा अच्छे परिणाम देता है. ज़्यादा गिली मिट्टी इसके पौधों के लिए नुकसानदेह होती है. इसे थोड़ी देखभाल की ज़रूरत भी होती है. कुछ हफ़्तों के अंतराल पर इसकी जड़ो पर जैविक खादों का प्रयोग करते रहना चाहिए.
यह लाल के के अलावा बैंगनी, पीले, सफ़ेद, हरे रंगों में भी पाया जाता है. इसका उपयोग सजावट के लिए किया जाता है.
11. अधीरता फूल (Impatiens Flower)
लाल रंग के फूलों के नामों (Red Flowers Name) की सूची में यह आख़िरी फूल है. गमलों में लगाए जानें वाले इसके छोटे से पौधों पर बहुत सुंदर फूल खिलते है. इसके फूल बहुत सारे रंगों में खिलते है पर लाल रंग के अधीरता फूल ज़्यादा आकर्षक होते है.
इसके फूल खिलने के बाद 3-4 दिनों तक पौधों पर रहते है. इसके पौधों को थोड़ी नम मिट्टी की आवश्यकता होती है. ज़्यादा पानी देने से इसके जड़ गल जाते है. इसके पौधों को ज़्यादा खाद (Fertilizer) की ज़रूरत नहीं होती है.
इसके पौधों में Fungus लगने की संभावना बनी रहती है इसलिए इसे खास देखभाल की ज़रूरत पड़ती है. ठंड के मौसम में खिलने वाले इस फूल को हलकी धूप की भी आवश्यकता होती है.
20 अन्य लाल रंग के फूलों के नाम। Other 20 Red Flowers Name
- पोस्त (Poppies)
- प्राईमरोज ((Primerose)
- कंद पुष्प (Tulip)
- अजेलिया (Azalea)
- बेगोनिया (Begonia)
- आईरिस (Iris)
- कारनेशन (Carnation)
- शंख पुष्प (Coneflower)
- डहेलिया (Dahlia)
- जेरेनियम (Geranium)
- केसर (Crocus)
- कोरीडेलीस (Corydalis)
- गुलबहार (Daisy)
- जलकुंभी (Hyacinths)
- लिली (Lily)
- गेंदा (Marigold)
- पियोनीज (Peonies)
- पेंटास (Pentas)
- हौलीहौक (Hollyhock)
- कल्किमेटिस (Clematis)
हमारे शब्द
लाल रंग के फूलों के नामों (Red Flowers Name) की सूची लंबी है पर इस लेख में हमने उन महत्वपूर्ण लाल रंग के फूलों के नाम (Red Flowers Name ) बताए है जो प्रसिद्ध है. लाल रंग के फूलों के नाम (Red Flowers Name) ज़रूरी नहीं कि अपने गुणों से मेल खाए. कुछ फूलों के गुण अपने नाम से बिल्कुल अलग होते है.
ज़्यादातर लाल रंग के फूलों (Red Flowers) की विशेषता यह है कि उन्हें कम देखभाल की आवश्यकता होती है. वो कम धूप और कम पानी में भी विकसित हो जाते है. ये नम मिट्टी में भी अच्छे से विकसित हो जाते है और हमारे घर और बगीचे की शोभा बढ़ाते है.
लाल रंग के फूलों के नाम (Red Flowers Name) पर लिखे गए इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद.