हेलो! फ्रेंड्स जैसे की आप सभी जानते हो की सावन माह तो चालू हो ही चूका है और लगभग कुछ ही समय के बाद सावन का महीने ख़तम भी होने वाला है | और सावन महीने में सभी लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं। कुछ लोग उनके लिए व्रत, अभिषेक और जागरण करते हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ उन्हें तरह-तरह की पसंदीदा सामग्री अर्पित करके उन्हें प्रसन्न करते हैं। भगवान शिव को तो सबसे अधिक प्रिय भांग, बेलपत्र, धतूरा और शमी के पत्ते होते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कुछ फूल ऐसे होते हैं जिन्हें भगवान शंकर को चढ़ाने से वे बेहद प्रसन्न होते हैं।
आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ भगवान शिव के प्रिय फूलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप इस सावन महीने में अपने घर में उगा सकते हैं। भगवान शिव को चढ़ाने वाले फूलों या भगवान शंकर के प्रिय फूल कौन-कौन से हैं और इन फूलों को गार्डन में कैसे उगाएं, आज के हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े |
Table of Contents
विषय सूची
1. | शिव जी को कौन से फूल चढ़ाने चाहिए – |
2. | सफेद आंकड़े का फूल (Crown Flower) |
3. | पारिजात का फूल – ( Night Jasmine ) |
4. | धतूरा का फूल – Datura Flower |
5. | कनेर का फूल – (Kaner’s flower) |
6. | अपराजिता का फूल – (Aparajita flower) |
शिव जी को कौन से फूल चढ़ाने चाहिए –
सभी देवी देवताओं में भगवान शिव का स्थान सबसे ऊपर है, इसके कारण लोग उन्हें प्रसन्न करने के विभिन्न उपायों का पालन करते हैं। कुछ ऐसे फूल और पत्ते होते हैं, जिन्हें आप भगवान शिव को अर्पित करके उन्हें खुश कर सकते हैं। भगवान शिव के प्रिय और पसंदीदा फूलों के बारे में जानने के लिए आगे का लेख पढ़ें।
सफेद आंकड़े का फूल (Crown Flower)
आक, जिसे क्राउन फ्लावर के नाम से भी जाना जाता है। यह फूल सफेद, गुलाबी, लैवेंडर, और बैंगनी सहित कई रंगों में उपलब्ध होते हैं, जिन्हें भगवान शिव की विशेष प्रियता होती है। इस फूल में कुछ औषधीय गुण भी होते हैं, जिसके कारण इसका उपयोग आयुर्वेद में भी किया जाता है। क्राउन फ्लावर को आप अपने घर के धूपवाले स्थान में, 12 से 15 इंच के पॉट में लगा सकते हैं।
यह फूल आकर्षक दिखते हैं और उनकी खुशबू भी मनोहर होती है। यह भगवान शिव के पूजन में विशेष रूप से उपयुक्त माने जाते हैं, और इसका उपयोग ध्यान और प्रार्थना के समय भी किया जाता है। क्राउन फ्लावर के पौधों को आप गर्मी और सावन के मौसम में उगा सकते हैं, जिससे उनका विकास अच्छे से हो सके। इसके लिए आपको ध्यान देने वाली बात यह है कि इसे पानी की अच्छी मात्रा में प्रदान करें और उपायुक्त रूप से समय-समय पर पोषण प्रदान करें। यह फूल आपके आस-पास के वातावरण को भी सुंदर और शांतिपूर्ण बना सकते हैं, और आपके घर की सुंदरता को बढ़ा सकते हैं।
पारिजात का फूल – ( Night Jasmine )
पारिजात फूल, जिसे रात में फूलने वाली चमेली भी कहा जाता है, एक ऐसे फूल है जिसमें नाजुक सफेद पंखुड़ियाँ और नारंगी डंठल होता है। यह फूल रात में खिलता है और दिन के दौरान मुरझा जाता है। भगवान शिव के प्रिय यह फूल सौंदर्य और जीवन की क्षणिक प्रकृति का प्रतीक माने जाते हैं। इसे आप एक बड़े साइज (18 इंच) के गमले में पूरी धूप वाले स्थान पर लगा सकते हैं।
इन फूलों का भगवान शिव के पूजन में विशेष महत्व होता है, और आप इन्हें अपने पूजा स्थल पर भी रख सकते हैं। इस सावन महीने में, पारिजात फूल का विशेष ध्यान रखने से आपके भगवान शिव के पूजन के उपासना में और भी गहराई और महत्व मिलेगा। इसे अपने घर में उगाकर आप भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति और समर्पण को प्रकट कर सकते हैं और उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं।
धतूरा का फूल – Datura Flower
धतूरा फूल बड़े तुरही के आकार के होते हैं। यह विभिन्न रंगों में खिलता है, लेकिन सफेद रंग आमतौर पर भगवान शिव से जुड़ा हुआ माना जाता है। धतूरे के फूल रात्रि में खिलते हैं और अत्यधिक सुगंध छोड़ते हैं।
आप इस फूल को अपने टेरेस पर गमलों या ग्रो बैगों में उगा सकते हैं, लेकिन यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि धतूरा जहरीला होता है और इसका सेवन सावधानीपूर्वक होना चाहिए।
कनेर का फूल –
कनेर एक झाड़ीदार फूलों का पौधा है, जिसके फूल तुरही आकार के गुच्छों की तरह खिलते हैं। यह फूल सफेद, गुलाबी, लाल और पीले रंगों में पाए जाते हैं। कनेर का फूल भगवान शिव के अलावा सभी देवी-देवताओं को चढ़ाने का उद्देश्य रखता है। इस पौधे को गर्म और शुष्क जलवायु में अच्छी ग्रोथ मिलती है, जिसे आप अपने घर के गमलों में लगा सकते हैं।
कनेर के पौधे का अच्छा ख्याल रखने से आप इसके सुंदर और बड़े-बड़े फूलों का आनंद उठा सकते हैं। इसके बगीचे में यह एक आकर्षक दृश्य प्रदान कर सकता है और आपके घर के परिवेश को आनंदमय बना सकता है। कनेर के फूलों की मिठास और उनकी सुगंध भगवान शिव की पूजा में विशेष भावना और शांति की भावना को बढ़ावा देती है।
अपराजिता का फूल –
अपराजिता, जिसे बटरफ्लाई पी के नाम से भी जाना जाता है, एक अद्वितीय आकार वाला अच्छंबित नीला फूल होता है, जिसका आकार शंख के समान होता है। इस फूल को आध्यात्मिक विकास, पवित्रता और विजय का प्रतीक माना जाता है। अपराजिता की बेल गर्म जलवायु और गीली मिट्टी में अच्छे से विकसित होती है, और आप इसे 10 से 12 इंच के पॉट में धूपवाले स्थान पर लगा सकते हैं।
इसके फूलों की अनूठी नीली रंगनी और शंख की आकृति उन्हें बहुत विशेष बनाती है। यह फूल सावन के महीने में खिलता है और उसकी अनोखी चमक रात में दिखती है। भगवान शिव के प्रिय इस फूल को आप अपने घर के आस-पास के गमलों में या गार्डन में उगा सकते हैं, ताकि आपके पूजा स्थल में इसकी शोभा बढ़ सके। इसके साथ ही, आपके घर में भी एक आलोकिक और प्राकृतिक सौंदर्य का आभास होगा।
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इस लेख में आपने जाना कि भगवान शिव को कौन से फूल चढ़ाने चाहिए। यहाँ पर हमने उनके पसंदीदा या प्रिय फूलों के बारे में बताया है। उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया हो।