फूल का मादा भाग कौन सा है /female part of a flower

By Mangesh Kadam

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प्रस्तावना: पुष्पों के रहस्यमय संगीत का खुलासा

पुष्पों का अद्वितीय सौंदर्य और उनके संरचना में छुपी विभिन्नता ने हमें हमेशा आकर्षित किया है। इस लेख में, हम देखेंगे कैसे पुरुष और स्त्री पुष्पों के घटकों में विभिन्न कार्य करते हैं और उनका संरचना कैसे है।

पुरुष पुष्प: संरचना और कार्य

पहले हम पुरुष पुष्पों की ओर बढ़ते हैं, जिन्हें अपने नीचे बोल्ड की गई हैं:

1. पोलेन धुला:

पुरुष पुष्पों का पहला घटक है पोलेन धुला, जो पोलेन को उत्पन्न करता है। यह गुलाब और कई अन्य पुष्पों में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह बीजबन्दी का कारण बनता है।

2. शुक्राणु:

शुक्राणु, जिसे भी पोलेन के विस्तार का कारण कहा जाता है, पोलेन को अन्य पुष्पों तक पहुंचाने में मदद करता है। यह संवेगपूर्ण होता है और बुआई के लिए आवश्यक है।

स्त्री पुष्प: विशेषताएँ और उनका कार्य

अब हम आगे बढ़ते हैं और स्त्री पुष्पों की ओर देखते हैं, जो भी नीचे बोल्ड की गई हैं:

1. गर्भाशय:

स्त्री पुष्पों का पहला घटक है गर्भाशय, जो बीज को सुरक्षित रखता है और बुआई के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करता है।

2. अंडाणु:

अंडाणु शुक्राणु के साथ मिलकर बुआई की प्रक्रिया को पूरा करता है और नए पौधों का निर्माण करता है। इसमें उच्च संवेग होता है ताकि बुआई सफल हो सके।


फूल के मादा भाग को क्या कहा जाता है?

प्रजनन भाग के रूप में फूल

फूल में नर भाग और मादा भाग होता है। नर भाग पुंकेसर के रूप में जाना जाता है और मादा भाग स्त्रीकेसर के रूप में जाना जाता है।

एक पुष्प के स्त्री के सर के मध्य भाग को क्या कहते हैं?

स्त्रीकेसर या जायांग पुष्प के मांदा जननांग हैं। इसकी इकाई को अण्डप कहते हैं। जायांग का मध्य पतला भाग वर्तिका कहलाता है।

फूल नर हैं या मादा?

नहीं, कुछ फूल ऐसे होते हैं जिनमें नर और मादा भाग अलग-अलग होते हैं, जबकि कुछ में एक ही फूल में नर और मादा दोनों भाग होते हैं। पुंकेसर फूल का नर भाग है, जबकि पिस्टिल फूल का मादा भाग है। फूल, जिसमें नर और मादा दोनों भाग शामिल होते हैं, पूर्ण या उभयलिंगी फूल कहलाते हैं।


स्त्रीकेसर में क्या होता है?

स्त्रीकेसर एक फूल का मादा जनन अंग है जिसके शीर्ष पर एक वर्तिकाग्र होता है


एक फूल में कितने स्त्रीकेसर होते हैं?

इसमें एक ही स्त्रीकेसर हो सकता है, जैसे लिली में, या कई से अनेक स्त्रीकेसर, जैसे बटरकप में। कलंक के लोब अक्सर परिवारों या जेनेरा की विशेषता होते हैं; उदाहरण के लिए, कई बेलफ़्लॉवर (कैम्पैनुला) में तीन कर्लिंग लोब के साथ एक विशिष्ट कलंक होता है।


फूल के नीचे के हरे भाग को क्या कहते हैं?

पुंकेसर, या पुरुष प्रजनन अंग, दलपुंज के भीतर स्थित होते हैं। स्त्री-केसर, या फूल के मादा हिस्से, फूल के अंतरतम भागों के कुंडली को बनाते हैं। कर्णिका आमतौर पर छोटे, हरे, लेफ़्लिक सेपल्स से बने होते हैं।

FAQ (पूछे जाने वाले प्रश्न):

1. पुष्पों का रंग कैसे बदलता है?

पुष्पों के रंग में परिवर्तन का कारण उनमें मौजूद रंगांतर पिगमेंट है, जो रोशनी को अद्वितीय रंगों में बदलता है।

2. क्या सभी पुष्प बीज से होते हैं?

नहीं, कुछ पुष्प बीज के स्थान पर कई अन्य तरीकों से उत्पन्न होते हैं, जैसे कि कटिंग और अंशों के द्वारा।

3. पुष्पों की सबसे आम समस्याएं क्या होती हैं?

पुष्पों को कीटाणुक्तता, रोग, और अच्छे तरीके से पानी न मिलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो उनके स्वस्थ विकास को प्रभावित कर सकती हैं।

निष्कर्ष: पुष्पों की रहस्यमय सागा

इस लेख से हम जान सकते हैं कि पुष्पों का संरचना और कार्य कितना रहस्यमय हैं। पुरुष और स्त्री पुष्पों के अद्वितीय घटकों का मेल जिनसे नए जीवन की शुरुआत होती है।

इस आलेख के माध्यम से हमने देखा कि पुष्पों की सुंदरता के पीछे छिपे गहरे रहस्य को कैसे समझा जा सकता है। यह सिर्फ वन्यता ही नहीं, बल्कि एक नए जीवन की शुरुआत की भी शुरुआत है।

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