भूल कर भी ना चढ़ाये ये फूल इन भगवानो को

By Mangesh Kadam

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हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसके दौरान विभिन्न देवताओं को अनेक प्रकार की चीजें चढ़ाई जाती हैं, जिनमें फूल भी शामिल हैं. धार्मिक शास्त्रों में फूलों को पूजा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है. फूलों की महक से वातावरण पवित्र होता है और इससे घर में सकारात्मकता (Positivity) आती है.

विभिन्न देवी-देवताओं के लिए विशेष फूल

अलग-अलग देवी-देवताओं के लिए अलग-अलग फूलों का उपयोग किया जाता है. यहां हम आपको ऐसे 5 देवताओं के बारे में बताएंगे, जिनके लिए आपको कुछ विशेष फूल नहीं चढ़ाने चाहिए:

  1. शनिदेव (Lord Shani)शनिदेव के पूजन के दौरान अनित्य फूलों का उपयोग करने की सिफारिश नहीं की जाती, क्योंकि उनके पूजन में नीला और काले रंग के फूलों का उपयोग शुभ माना जाता है.
  2. यमराज (Lord Yama)यमराज को पूजते समय गूलर (Gular) और पीपल (Peepal) के पत्तों का उपयोग करना उचित माना जाता है. उनके पूजन में फूल नहीं चढ़ाने चाहिए.
  3. राहु (Rahu)राहु के पूजन में आपको अनित्य फूलों का उपयोग नहीं करना चाहिए. इसके बजाय, आपको बरगद (Bargad) के पेड़ के पत्तों का उपयोग करना चाहिए.
  4. कुबेर (Lord Kubera)कुबेर को पूजते समय शंखपुष्प (Conch flower) और कुचलक (Dandelion) के फूल चढ़ाना शुभ माना जाता है. अनित्य फूलों का उपयोग नहीं करना चाहिए.
  5. पितृदेव (Ancestors)पितृदेव की पूजा में अनित्य फूलों का उपयोग नहीं करना चाहिए. आपको उनके यादगार के रूप में तुलसी के पत्ते चढ़ाने चाहिए.

दीपावली में कौन से फूलों का उपयोग किया जाता है?

फूलों का उपयोग न केवल दिवाली समारोह में खुशी और सुंदरता लाने के लिए किया जाता है बल्कि इनका उपयोग पूजा में भी किया जाता है। परंपरागत रूप से, गेंदा इस अवसर का प्रतीक है, हालांकि कार्नेशन्स, स्नैपड्रैगन और गुलाब सहित उज्ज्वल और उत्थानशील फूलों की किस्में भी समय की भावना को दर्शाती हैं।


दीपावली से किस फूल का संबंध है?

गुलाब, गेंदा, चमेली, हिबिस्कस और कमल सभी दिवाली प्रिय हैं, जो विभिन्न देवताओं से जुड़े हुए हैं। उदाहरण के लिए, देवी लक्ष्मी को कमल के फूल प्रिय हैं। इसलिए, दिवाली के दौरान इन फूलों को देखना आंखों और आत्मा के लिए एक सुखद अनुभव है।

दीपावली पर कमल के फूल का क्या करें?

इसलिए, लक्ष्मी पूजा या दिवाली पूजा के दौरान कमल के फूल को देवी लक्ष्मी के लिए सबसे विशेष प्रसाद में से एक माना जाता है। पूजा के दौरान कमल के फूल को देवी लक्ष्मी के आसन के रूप में भी चढ़ाया जाता है । कुछ भक्त मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए 108 कमल के फूलों की माला भी चढ़ाते हैं।

दीपावली के दिन कितने दिए जलाते हैं?

वैसे तो दीपावली के दिन मुख्य रूप से 5 दिए जलाने का प्रचलन है. इनमें से एक दिया घर के ऊंचे स्थान पर दूसरा रसोई में तीसरा पीने का पानी रखने की जगह पर चौथा पीपल के पेड़ के तने और पांचवा दिया घर के मुख्य द्वार पर जलाना सबसे उचित माना गया है. इसके अलावा घर के मुख्य द्वार पर जलाया जाने वाला दिया 4 मुंह वाला होना चाहिए.

दिवाली में किस पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है?

पूर्णकुंबा नामक एक हिंदू समारोह को पूरा करने के लिए अनुष्ठान से पहले आम के पेड़ की पत्तियों को पानी के बर्तन (कलस्क) पर रखा जाता है। पत्तियाँ भगवान के अंगों का प्रतीक हैं, साथ ही एक नारियल जो सिर का प्रतिनिधित्व करता है। आम के पत्तों को देवी लक्ष्मी का प्रतीक भी माना जाता है और यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने के लिए जाने जाते हैं।

कौन से फूल शुभ होते हैं?

घर के बगीचे में गुड़हल, चंपा और गेंदे के फूल उगाएं क्योंकि इन्हें शुभ माना जाता है.


लक्ष्मी फूल क्या है?

लक्ष्मी कमल और विष्णु कमल का पौधा एक सकुलेंट पौधा है जो कम पानी मैं भी उग सकता है। यह दोनों बहुत खूबसूरत पौधे होते है। लक्ष्मी कमल हरे चमकीले रंग का होता है और विष्णु कमल के पत्ते हरे और चमकीले बैगनी रंग के होते है। यह दोनों पौधों का भारत में बहुत महत्व है।

घर में कमल का फूल रखने से क्या होता है?

कमल के फूल को स्वास्थ्य, सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. घर पर कमल के फूल रखने से ना सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है, बल्कि परिवार में खुशियों का माहौल छाया रहता है. फेंगशुई शास्त्र में क्रिस्टल लोटस के कई फायदे बताए गए हैं. क्रिस्टल कमल को घर पर रखना शुभ माना जाता है.

यदि आप इन देवताओं के पूजन करते हैं, तो उनके अनुसार सही फूलों का चयन करना महत्वपूर्ण है। यह आपके पूजा को और अधिक शक्तिशाली बना सकता है और सही मार्ग पर ले जा सकता है.

फूलों का महत्व

फूलों के चयन में सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपके पूजा और आराधना को शुभ बना सकता है। फूलों की महक और सौंदर्य का आपके आस-पास का वातावरण सकारात्मक बनाता है और आपके मन को प्रसन्नता देता है.

फूलों का उपयोग ध्यान, प्रार्थना, और पूजा के समय किया जाता है, और यह एक आध्यात्मिक अनुभव को मधुर बना सकता है। विभिन्न देवी-देवताओं के लिए विशेष फूलों का उपयोग करना आपके ध्यान को उनकी दिशा में ध्यानित कर सकता है और उनकी कृपा प्राप्त करने में मदद कर सकता है.

फूलों का सावधानी से चयन

फूलों के चयन में सावधानी बरतते समय, आपको यह ध्यान में रखना चाहिए कि वे ताजगी और सफाई से हों। फूलों को पूरी तरह से खिले हुए और बिना किसी कीटाणुओं या नकारात्मक शक्तियों के होने चाहिए।

आपके दिल से आने वाले भावनाओं के साथ उन फूलों का चयन करें जो आपके आराध्य देवता के लिए उपयुक्त हैं। आपके आदर्श और आराध्य देवता के आधार पर फूलों का चयन करने से आपके पूजा का महत्व और प्रभाव बढ़ सकता है।

निष्कर्षण

फूलों का उपयोग हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और यह ध्यान, पूजा, और आराधना के समय आध्यात्मिकता को और भी सार्थक बना सकता है। आपके आदर्श देवी-देवता के लिए सही फूलों का चयन करने से आप उनके कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए, सही फूलों का चयन करने में ध्यान दें और आपके आदर्श देवता की पूजा को और शक्तिशाली बनाएं।

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