बारिश के मौसम भुट्टा खाने से होते है 5 फायदे

By Rashi

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हेलो! फ्रेंड्स बारिश का मौसम शुरू हो चूका है और ऐसे मौसम में हमें कुछ गरमा गरम खाने का मन करता है ऐसे मौसम भुने हुए मकई या भुट्टे की खाना हर किसी को पसंद रहता है भुने हुए भुट्टे की मकह हर किसी को लुभाती है लेकिन क्या जानते हो की इस भुट्टे खाने के कई सारे फायदे होते है आपको ये जानकार हैरानी होगी की इस भुट्टे में कई गंभीर बीमारियों का इलाज छुपा है जिसके बारे में शायद ही कोई जानते है तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको भुट्टे खाने के फायदों के बारे में बता रहे है साथ ही यहां हम मकई के नुकसान के संबंध में भी बात करेंगे। वहीं, यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि मकई कुछ समस्याओं में राहत जरूर पहुंचा सकती है |

विषय सूची

1.भुट्टा (कॉर्न) क्या होता है – What is Corn
2.मकई या भुट्टा के प्रकार – Types of Corn
3.मकई या भुट्टा आपकी सेहत के लिए क्यों फायदेमंद है?
4.मकई (कॉर्न) का उपयोग – How to Use Corn
5.मकई या भुट्टा के नुकसान – Side Effects of Corn (Bhutta)
बारिश के मौसम भुट्टा खाने से होते है इतने फायदे

भुट्टा (कॉर्न) क्या होता है – What is Corn

मकई को वैज्ञानिक रूप में ‘जी-मेज’ कहा जाता है, और यह एक प्रमुख मोटे अनाज के प्रतीक है। मकई, जिसे हिंदी में भुट्टा कहा जाता है, यह पूरे भारत में उचित खेती होने वाले हैं। इसकी खेती मैदानी इलाकों से लेकर लगभग 2700 मीटर ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों तक फैली हुई है। भारत में, आंध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में मकई की खेती व्यापक रूप से की जाती है। विश्वभर में, चीन, ब्राजील, मैक्सिको और अमेरिका आदि |

मकई या भुट्टा के प्रकार – Types of Corn

मकई, जिसे भुट्टा भी कहा जाता है, एक पौधे से प्राप्त की जाने वाली स्वादिष्ट और पौष्टिक फसल है जो दुनिया भर में खाई जाती है। मकई के ये विभिन्न प्रकार व्यापक रूप से उपलब्ध हैं और इसका सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जिनमें से हर एक का अपना खास स्वाद और उपयोग होता है। इस लेख में, हम आपको मकई के विभिन्न प्रकार के बारे में बताएंगे जिन्हें आप समझ सकते हैं और अपनी पसंद के अनुसार चुन सकते हैं।

बारिश के मौसम भुट्टा खाने से होते है इतने फायदे

मीठे मकई – Sweet Corn

मीठे मकई, जिसे ‘स्वीट कॉर्न‘ भी कहा जाता है, एक लोकप्रिय प्रकार का मकई है जिसका अर्थ स्वादिष्ट होता है। इसका बीज पानी में उबालकर तैयार किया जाता है और इसकी मिठास अन्य प्रकार के मकई से अलग होती है। मीठे मकई को सीधे खाने के साथ ही इसका प्रसाद भी तैयार किया जाता है जैसे कि मकई की टिकियां, मकई की कचौरी आदि।

खरे मकई – Raw corn

खरे मकई, जिसे ‘फील्ड कॉर्न’ भी कहा जाता है, एक और प्रमुख मकई का प्रकार है जिसका अर्थ थोड़ा खट्टा होता है। इसका उपयोग आमतौर पर भुट्टे के रूप में किया जाता है और इसे पकाकर खाने का आनंद लिया जाता है। खरे मकई का उपयोग रोस्टेड फील्ड कॉर्न, मकई सलाद और मकई के पानी के साथ पकोड़ों में भी किया जाता है।

फूली हुई मकई – Popped Corn

फूली हुई मकई, जिसे ‘पॉपकॉर्न’ के नाम से भी जाना जाता है, एक रोमांचक प्रकार का मकई होता है जिसके दानों का उबालकर या सीधे पकाकर बनाया जा सकता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के बीच पसंदीदा है जो फिल्म देखने के साथ-साथ मकई का आनंद भी लेते हैं।

मकई या भुट्टा आपकी सेहत के लिए क्यों फायदेमंद है?

मकई एक ऐसा आहार है, जिसमें फैट, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। इसके कारण, यह शरीर में विभिन्न पोषण तत्वों की पूर्ति का कार्य कर सकता है। यह न केवल आहारपोषण में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह त्वचा, बाल और स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं में भी लाभकारी साबित होता है। पीलिया, उच्च रक्तचाप, लिवर की समस्याएँ, मानसिक तंत्रिका विकार और पाचन संबंधित समस्याएँ – इन सभी क्षेत्रों में मकई बहुत मददगार साबित हो सकती है। इसी वजह से मकई को सेहत के लिए एक उत्तम आहार माना जाता है।

आंखों के लिए लाभकारी –

मकई में प्राप्त होने वाले एंटीऑक्सीडेंट, ल्यूटिन और जैक्सैन्थिन आंखों की रोशनी को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। एक शोध में प्रमाणित किया गया है कि वृद्धि के साथ उम्रदराज लोगों में इन तत्वों की कमी से आंखों की नसों में सुस्ती आती है, जिससे दृष्टि कमजोर हो सकती है। इससे आंखों की दृष्टि कमजोर होने की संभावना बढ़ सकती है। इस प्रकार, मकई के फायदे आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकते हैं।

गर्भावस्था में महत्वपूर्ण –

मकई या भुट्टा आपकी सेहत के लिए क्यों फायदेमंद है?

भुट्टा खाने के फायदे गर्भावस्था में भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इसका कारण है ये कि इसमें कैल्शियम, आयरन, और फोलिक एसिड के साथ-साथ विटामिन सी, डी, और ए प्राप्त होते हैं। ये सभी पोषक तत्व गर्भावस्था के दौरान भी महत्वपूर्ण होते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद फोलिक एसिड और विटामिन-बी गर्भवती माँ के शिशु में न्यूरल ट्यूब दोष और मस्तिष्क तथा रीढ़ में विकार की संभावना को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही, गर्भावस्था में शुगर जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या में डॉक्टर पौष्टिक आहार के हिस्से के रूप में कॉर्न का सेवन सलाह देते हैं। इन सभी तथ्यों के प्रकार, मकई का उपयोग गर्भावस्था के दौरान उपयोगी परिणाम प्रदर्शित कर सकता है।

वजन नियंत्रण में सहायक –

अधिक वजन से परेशान लोगों के लिए भी भुट्टा एक सरल और उत्तम उपाय सिद्ध हो सकता है। इसका कारण है कि यह प्राचीनतम फाइबर का स्रोत होता है जो वजन को नियंत्रित रखने में मदद करने के साथ-साथ उसे कम करने में भी सहायक हो सकता है। इसके साथ ही, भुट्टे के बाल का उपयोग भी बढ़ते वजन को रोकने में फायदेमंद साबित हो सकता है।

हृदय स्वास्थ्य

मकई में अंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसके सेवन से हृदय संबंधित बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।

आयरन की कमी को दूर करे –

भुट्टा का नियमित सेवन करने वाले लोगों में आयरन की कमी से होने वाली गंभीर समस्याओं का जोखिम काफी हद तक कम हो सकता है। एनसीबीआई के एक अनुसंधान में यह सत्यापित होता है। शोध में प्रकट हुआ है कि मकई के कुछ विशेष प्रकार, जिनमें आयरन की प्राचुर मात्रा पाई जाती है, मौजूद होते हैं। इनका सेवन करके आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। साथ ही, इसके माध्यम से होने वाली एनीमिया की समस्या से भी बचा जा सकता है।

मकई (कॉर्न) का उपयोग – How to Use Corn

मकई (कॉर्न) एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फसल है जिसका उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। यह विभिन्न खाद्य पदार्थों में शामिल किया जा सकता है और स्वादिष्ट व्यंजनों को बनाने के लिए भी उपयोग किया जाता है। निम्नलिखित हैं मकई के उपयोग के कुछ आसान और स्वादिष्ट तरीके:

1. भुट्टे का पकोड़ा

मकई के भुट्टे को बारीकी से कटकर उसके आटे में मिलाकर पकोड़े बना सकते हैं। इससे स्वादिष्ट और कुरकुरे पकोड़े तैयार होते हैं जो गरमा गरम खाने के लिए बेहद मजेदार होते हैं।

2. मीठे मकई की मक्की रोटी

मीठे मकई के भुट्टे को उबालकर उसके बीजों को अलग कर लें। उन बीजों को पीसकर आटे में मिलाकर मक्की की रोटी बना सकते हैं। यह खासतर सर्दियों में खासतर स्वादिष्ट लगती है।

3. मकई की चटनी

मकई को पकाकर उसकी कच्ची चटनी बना सकते हैं। इसके लिए मकई को कद्दूकस करके उसमें धनिया पत्तियाँ, हरी मिर्च, नमक, और नींबू का रस मिलाएं। यह चटनी नाश्ते के साथ या फिर खाने के साथ सर्वोत्तम रूप से मिलती है।

4. मकई का खीरा

मकई के भुट्टे को ग्रेटर पर ग्रेट करके उसे दूध में पकाकर मकई की खीरा बना सकते हैं। इसमें चीनी और किशमिश भी मिला सकते हैं ताकि यह मिठास से भरपूर हो।

5. मकई की सब्जी

मकई के भुट्टे को काटकर उसे प्याज, टमाटर, हरी मिर्च आदि के साथ पकाकर मकई की सब्जी बना सकते हैं। यह उत्तर भारतीय खानों में खासतर स्वादिष्ट लगती है।

यंहा देखे वीडियो –

मकई या भुट्टा के नुकसान – Side Effects of Corn (Bhutta)

  • बढ़ी हुई शक्ति: मकई में कैलोरी की अधिक मात्रा होती है, जिससे अधिक सेवन से शक्ति और वजन बढ़ सकता है।
  • पेट की समस्याएं: मकई में फाइबर की अधिक मात्रा होने के कारण अधिक सेवन से गैस और पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
  • उच्च रक्तचाप: मकई में पोटैशियम की अधिक मात्रा होने से उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ सकता है।
  • एलर्जी: कुछ लोगों को मकई के उत्पादों से एलर्जी हो सकती है, खासतर स्किन एलर्जी।
  • ग्लूटेन संबंधित मुद्दे: मकई में ग्लूटेन की अभावित मात्रा होने के बावजूद, कुछ लोगों को ग्लूटेन संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
  • मिनरल अवशोषण: मकई में फिटिक एसिड होने से कैल्शियम की अवशोषण हो सकती है, जिससे हड्डियों की स्वास्थ्य पर असर हो सकता है।
  • विटामिन और मिनरल की कमी: अधिक मकई सेवन से खाद्य पदार्थों से विटामिन और मिनरल की कमी हो सकती है।
  • डायबिटीज: बड़ी मात्रा में मकई का सेवन करने से डायबिटीज के खतरे में वृद्धि हो सकती है।
  • आंत्र की समस्याएं: मकई के सेवन से आंत्र संबंधित समस्याएं हो सकती हैं, खासकर जब उसे अधिक मात्रा में खाया जाता है।

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हम आशा करते है की आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी मकई या भुट्टे के बारे में आपको पसंद आएगी आप मक्का खाने के फायदे और नुकसान के बारे में गहरी जानकारी रखते होंगे। साथ ही आपको यह भी मालूम होगा कि नुकसान से अधिक भुट्टे के फायदे होते हैं।

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