दोस्तों आज हमने फूलों के नाम लिखे है, फूल हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है इनका उपयोग हम शादी विवाह में सजावट के लिए किसी का सम्मान करने के लिए करते हैं और साथी फूलों से हम आयुर्वेदिक दवाइयां बनाते हैं और मुख्य रूप से इनका उपयोग इत्र बनाने में किया जाता है.फूल हमारे जीवन का हिस्सा हैं, और इनकी खूबसूरती और महक हर किसी को आकर्षित करती है। यहां हम आपको 40 फूलों के नाम हिंदी में प्रस्तुत करेंगे, जो आपके बगीचे को और भी सुंदर बना सकते हैं।
- खूबसूरती का प्रतीक: 40 फूल हमारे जीवन को खूबसूरती से भर देते हैं। उनकी रंगीनता और खुशबू हमें खुश रखती है और आकर्षित करती है.
- ध्यान और शांति: फूलों की खुशबू से हमारी आत्मा को शांति मिलती है, और यह हमारे मन को चिंता से दूर रखने में मदद करता है.
- पूजा और धार्मिक महत्व: कई धार्मिक और पूजा क्रियाओं में फूलों का उपयोग होता है, जैसे कि गुलाब, कनेर, और तुलसी के पौधे.
- औषधीय उपयोग: कई फूल हमारे स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होते हैं और वनस्पति चिकित्सा में उपयोग होते हैं, जैसे कि नीम के पत्ते और गुड़हल.
- उपहार और प्रेम का प्रतीक: फूल आपसी प्यार और श्रद्धा के प्रतीक होते हैं, और इन्हें उपहार के रूप में देना एक सुंदर प्रथा है.
- वातावरण का सुखद बनावट: फूलों के बगीचे हमारे आस-पास का परिदृश्य सुंदर बनाते हैं और प्राकृतिक खूबसूरती को बढ़ावा देते हैं.
- सामाजिक महत्व: 40 फूलों के उपयोग सामाजिक आयोजनों, त्योहारों, और खास अवसरों में भी होता है, और यह लोगों को एक साथ आने के लिए प्रोत्साहित करता है.
इस तरह, फूलों का महत्व हमारे जीवन के हर क्षण में महत्वपूर्ण है और हमारी जीवन में सुखद और सुंदरता लाते हैं।
40 flowers name in Hindi and English :
क्र.सं | English | Hindi | Image |
---|---|---|---|
1. | Rose | गुलाब | |
2. | Hibiscus | गुड़हल | |
3. | Lotus | कमल | |
4. | Marigold | गेंदा फूल | |
5. | Sunflower | सूर्यमुखी | |
6. | Jasmine | चमेली | |
7. | Lily | कुमुदनी | |
8. | Periwinkle | सदाबहार | |
9. | Tulip | कन्द पुष्प | |
10. | Arabian jasmine | मोगरा | |
11. | Crossandra | अबोली | |
12. | Daisy | गुलबहार | |
13. | Daffodil | नरगिस | |
14. | Bluewater lily | नीलकमल | |
15. | Magnolia | चम्पा | |
16. | Cockscomb Flower | लाल मुर्ग़ा | |
17. | Night Blooming Jasmine | रात-रानी | |
18. | Crape Jasmine | चांदनी फूल | |
19. | Butea Monosperma | पलाश का फूल, ढाक | |
20. | Creeper Flowers | मधु मालती | |
21. | Dahlia | डेहलिया | |
22. | Glory Lily | बचनाग | |
23. | Ashok Flower | सीता अशोक | |
24. | Golden Frangipani | सोन चम्पा | |
25. | Balsam | गुल मेहँदी | |
26. | Primrose | बसन्ती गुलाब | |
27. | Stramonium | धतुरा | |
28. | Shameplant | छूईमूई | |
29. | Aloe Vera Flower | घृत कुमारी | |
30. | Chrysanthemum Flower | चंद्रमल्लिका | |
31. | Star Jasmine | कुंद पुष्प | |
32. | Common White Frangipani | गुलैन्ची | |
33. | Cobra Saffron | नाग चम्पा | |
34. | Pansy | बनफूल | |
35. | Oleander | कनेर | |
36. | Cypress Vine | कामलता | |
37. | Bluestar | असोनिया | |
38. | Bluebell flower | नीला फूल | |
39. | Tuberose Flower | कंद फूल | |
40. | Asiatic Lily | लिलि |
Phoolon ke Naam ke Saath Unki Jankari
1) Rose – ( गुलाब )
गुलाब एक बहुवर्षीय, झाड़ीदार, कंटीला, पुष्पीय पौधा है जिसमें बहुत सुंदर सुगंधित फूल लगते हैं। इसकी 100 से अधिक जातियां हैं जिनमें से अधिकांश एशियाई मूल की हैं। 40 जबकि कुछ जातियों के मूल प्रदेश यूरोप, उत्तरी अमेरिका तथा उत्तरी पश्चिमी अफ्रीका भी है। भारत सरकार ने 12फरवरी को ‘गुलाब-दिवस’ घोषित किया है।
2) Hibiscus – ( गुड़हल )
गुड़हल के फूल में ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जो वजन घटाने में, बुखार को दूर भगाने में, एनीमिया की समस्या दूर करने में और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.40 अगर आपके शरीर में अपच और बेचैनी हो रही है तो आप इसकी पत्तियों का सेवन करें. गुड़हल के फूल खाने से शरीर में आयरन की कमी दूर होती है
3) Lotus – ( कमल )
इनका उपयोग पूजा-पाठ से लेकर कई तरह की बीमारियों का इलाज करने करने के लिए किया जाता है. कमल के फूल खांसी, बुखार और पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं. 40 इसके अलावा, सूजन होने पर भी कमल के फूल असरदार हो सकते हैं. कमल के फूलों का उपयोग भोजन और पेय पदार्थों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जा सकता है |
4) Marigold – ( गेंदा फूल )
इनमें कई औषधीय गुण होते हैं। गेंदे के फूल में विटामिन ए, विटामिन बी,40 मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं, जो हेयर ग्रोथ में मदद करते हैं। यह एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल भी होता है। इसलि संक्रमण के कारण होने वाले हेयर फॉल को यह रोक देता है।
5) Sunflower – ( सूर्यमुखी )
सूरजमुखी के बीज मैग्नीशियम से भरपूर हैं। 40 जो दिल की सेहत को अच्छा बनाए रखते हैं। इसके अलावा, यह बीज एक्सट्रा फैट के खिलाफ सक्रिय रूप से लड़ते हुए मेटाबॉलिज्म को भी अच्छा बनाए रखने में मदद करते हैं। सूरजमुखी के बीजों में विटामिन ई पाया जाता है जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
6) Jasmine – ( चमेली )
चमेली के फूल का प्रमुखता उपयोग इत्र बनाने और खुशबूदार तेलों के निर्माण किया जाता है. पूजन इत्यादि में भी चमेली का फूल इस्तेमाल किया जाता है. इसके 40 फूलों की महक के कारण लोग इसे अपने घरों में सजावट के पौथे के रूप में लगाते हैं. चमेली के फूलों की महक पूरे घर को महका देती है
7) Lily – ( कुमुदनी )
इसे पानी का कमल फूल भी बोलते हैं। कुमुदिनी के फूल से ढेर सारे रेसिपीज बनते हैं। कुमुदिनी का फूल तालाब, नदी एवं झील में पाया जाता है। कुमुदिनी के फूल का पकौड़ा या फिर सब्जी बनाकर खाते हैं तो इससे सर्दी खांसी जुकाम एवं दमा जैसे रोगों से निवारण किया जाता है।
8) Periwinkle – ( सदाबहार )
जी हां, सदाबहार के फूलों में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है जो कि एक्ने को कम करने में मददगार है। दूसरा इसमें कुछ एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो कि चेहरे की सूजन दूर कर सकते हैं। 40 साथ ही ये स्कैल्प इंफेक्शन को दूर करता है। इसके अलावा भी त्वचा और बालों के लिए सदाबहार के कई फायदे हैं।
9) Tulip – ( कन्द पुष्प )
अगर आप वजन घटाना चाहते हैं, तो सुबह खाली पेट गुड़हल के फूलों का सेवन कर सकते हैं। नियमित रूप से गुड़हल के फूलों का सेवन करने से वेट लॉस करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए आप गुड़हल के फूलों की चाय बनाकर पी सकते हैं। गुड़हल के फूल डाइजेशन को बेहतर बनाकर वजन घटाने में मदद करते हैं।
10) Arabian jasmine – ( मोगरा )
अनोखी खुशबू के अलावा, मोगरे (Mogra) का फूल कई औषधीय गुणों से भी भरपूर है. इसके जरिए त्वचा और बालों से जुड़ी कई परेशानियों को खत्म किया जा सकता है. यह एक नेचुरल डियोड्रेंट (Deodrant) है. इसे नारियल के तेल के साथ इस्तेमाल करने से आपको ड्राई स्कीन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है |
11) Daisy – ( गुलबहार )
डेज़ी फ्लावर एक्सट्रेक्ट से अगर मॉइश्चराइजर या अन्य स्किन केयर प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं, तो यह सन डैमेज और हाइपरपिग्मेंटेशन दोनों का इलाज करने में मददगार होते हैं। 40 डेज़ी के फूल हर स्किन टाइप के लिए सही है। खासतौर से, सेंसेटिव स्किन पर इसका इस्तेमाल बिना किसी परेशानी के किया जा सकता है |
12) Night Blooming Jasmine – ( रात-रानी )
रातरानी के फूल व पत्ते में इथेनॉल नामक तत्व होता है, जो इम्यूनिटी बूस्ट करता है। इससे आप बैक्टीरियल व वायरल इंफेक्शन के अलावा सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से भी बचे रहते हैं। एंटी-बैक्टीरियल गुण होने के कारण इसका सेवन बुखार को ठीक करता है। इसके अलावा इससे डेंगू, मलेरिया, निमोनिया और चिकनगुनिया से भी जल्द आराम मिलता है।
13) Aloe Vera Flower – ( घृत कुमारी )
एलो फूल के संबंध में, प्रतिरक्षा और पाचन समस्याओं से निपटने के लिए गुणों का उपयोग किया जा सकता है। इस प्रकार इसे आमतौर पर कई व्यंजनों, पेय, सलाद या डेसर्ट में एक घटक के रूप में शामिल किया जाता है और सीधे पाचन समस्याओं और कब्ज या आंतों के दर्द से निजात दिलाने में अहम भूमिका निभाता है।
14) Primrose – ( बसन्ती गुलाब )
बसन्ती गुलाब का 40 फूल एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे आप चाहे चेहरे पर लगाएं या उसका सेवन करें। आपकी त्वचा को भरपूर पोषण मिलेगा और वह प्राकृतिक रूप से दमकने लगेगी… खूबसूरती, नजाकत और प्यार का प्रतीक हैं गुलाब के फूल। इन फूलों का उपयोग गुलाब जल, गुलाब पाउडर, फेस पैक और कई दवाएं बनाने में भी होता है।
15) Bluewater lily – ( नीलकमल )
हिमालयी क्षेत्र में लगभग 5600 मीटर तक की ऊंचाई पर जुलाई से सितंबर के बीच खिलता है।नीलकमल (वानस्पतिक नाम : Nymphaea nouchali) एक प्रकार का कमल है जिसका फूल नीलापन लिए हुए होता है। यह एशिया के दक्षिणी और पूर्वी भाग का देशज पादप है तथा श्री लंका एवं बांग्लादेश का राष्ट्रीय पुष्प है। कभी-कभी मिस्र में पाए जाने वाले नीले कमल (Nymphaea caerulea) को भी इस प्रजाति के अन्तर्गत माना जाता है।
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