हेलो ! फ्रेंड्स आज के हमारे इस आर्टिकल में आप सभी का स्वागत है| जैसा कि आप सभी जानते हैं। कि टमाटर का इस्तेमाल हर घर में हर दिन किया जाता है, चाहे मौसम कोई भी हो टमाटर का उपयोग सब करते है | क्योंकि टमाटर कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है ।
इस वजह से गर्मी के मौसम में टमाटर के दाम भी अधिक होते हैं। इस वजह से गर्मियों में टमाटर उगाना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि टमाटर उगाने के लिए उर्वरकों और कीटनाशकों के रूप में कुछ भी आवश्यक नहीं है। यदि आप सीखना चाहते हैं कि गर्मी के मौसम में टमाटर की खेती कैसे करते है, तो हमारे आज के इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े |
1) | टमाटर की खेती के लिए कैसी हो मिट्टी ? |
2) | टमाटर के बीज की नर्सरी रोपाई |
3) | टमाटर के पौधा की रोपाई |
4) | टमाटर की सिंचाई |
5) | उर्वरक खाद का प्रयोग |
6) | खरपतवार नियंत्रण के उपाय |
7) | सारांश |
1️⃣ टमाटर की खेती के लिए कैसी हो मिट्टी ?
टमाटर एक ऐसी फसल है जो आपको अच्छी आमदनी दे सकती है। लेकिन इसके लिए आपको इसके सही पैदावार के लिए मिट्टी की जानकारी होना बेहद जरूरी है। वैसे तो टमाटर एक ऐसी फसल है जो अलग-अलग मिट्टी में हो सकती है। जैसे रेतली मिट्टी, चिकनी, दोमट, काली, लाल मिट्टी इत्यादि। इन मिट्टी में पानी निकासी आसानी से हो जाती है। इसलिए इन मिट्टी में टमाटर की पैदावार की जा सकती है। आपको सबसे पहले ये पता होना चाहिए की टमाटर की फसल उगाने के लिए मिट्टी का पीएच 7-8.5 हो। क्योकि ये फसल के लिए हल्की मिट्टी फायदेमंद हो सकती है।
2️⃣ टमाटर के बीज की नर्सरी रोपाई
टमाटर के बीज के अनुसार क्यारिया बना लेना है । फिर मिटटी को बारीक कर लेना है, फिर टमाटर के बीज को टमाटर के अनुसार बोना चाहिए। बीजों की सतह पर मिट्टी या गाय की खाद डालें। बीजों के अंकुरण के 8-10 दिनों के बाद डाईथेन एम 45/मेटालैक्सिल का छिड़काव करना चाहिए। इसके बाद 25-30 दिनों के बाद टमाटर का पौधा रोपाई के लिए तैयार हो जाएगा।
3️⃣ टमाटर के पौधा की रोपाई
टमाटर के पौधों की रोपाई 70 से 75 सेंटीमीटर की दूरी पर करनी चाहिए। टमाटर के पौधों के बढ़ने के साथ-साथ समर्थन आवश्यक हो जाता है। ऐसे पौधे को इसकी जड़ों में मिट्टी की जरूरत होती है, और इसके ऊपरी हिस्से को तार या रस्सी से बनी जाली से सहारा देने की जरूरत होती है। रोपण के 60 से 70 दिनों के बाद टमाटर के पौधे फल देने लगते हैं।
4️⃣ टमाटर की सिंचाई
टमाटर की सिंचाई को विशेष रूप से पौधों के जन्म के बाद और फुलवांटी के दौरान करें। इस अवधि में, पानी की खास आवश्यकता होती है जो पौधे को उचित विकास देती है गर्मी के मौसम में वैसे भी धूप तेज होने के कारण जमीन जल्दी से सूख जाते है टमाटर की सिचाई को 6 – 7 दिनों के अंतराल में लगातार करते रहना चाहिए । या फिर ड्रिप एरिग्रेशन सिंचाई करना उत्तम होता है।
5️⃣ उर्वरक खाद का प्रयोग
टमाटर के लिए उर्वरक खाद का प्रयोग उनके संपूर्ण विकास और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। उर्वरक खाद में पोषक तत्वों की मात्रा सही होनी चाहिए ताकि टमाटर की पौधों को उचित पोषण मिल सके।
उर्वरक खाद का प्रयोग
1) | कम्पोस्ट खाद गोबर खाद, खाद्य अपशिष्ट, खादी, मूंगफली खली और निम्बू खाद टमाटर के लिए अच्छे उर्वरक खाद के रूप में उपयोगी होती हैं। |
2) | इन खादों में पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा होती है और मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाती है। |
3) | रासायनिक खाद नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, और पोटाश के संयंत्र उर्वरक खाद टमाटर के लिए उपयुक्त होते हैं। |
4) | इन उर्वरक खादों में प्राकृतिक और संश्लेषित रूप से मिश्रित पोषक तत्व होते हैं |
5) | जैविक उर्वरक कम्पोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट, नींबूपानी और घास के कटे हुए अपशिष्ट जैसे जैविक उर्वरक टमाटर की खेती के लिए उपयोगी होते हैं। |
6️⃣ खरपतवार नियंत्रण के उपाय
टमाटर की खेती में नियंत्रण करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं। सबसे पहले, सावधान रहें और ध्यान के लक्षणों की पहचान करें। समय समय पर, पत्ते पर सफेद पदार्थ या कीटाणुओं की गंध देखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें। उपयुक्त कीटनाशक या रोगनाशक का उपयोग करें। या फिर हो सके तो खेत के चारो तरफ गेंदा का फूल लगाना चाहिए ऐसा करने से टमाटर में बहुत कम रोग लगते है।
7️⃣ सारांश
टमाटर की खेती के लिए गर्मी के मौसम में यह आवश्यकता होती है कि आप टमाटर के बीज की नर्सरी रोपाई करने के लिए एक क्यारिया तैयार करें और मिटटी को बारीक करें। इसके बाद, बीज को बोया जाता है और उसके ऊपर गोबर खाद या मिटटी का आवरण किया जाता है। लगभग 25 से 30 दिनों में, टमाटर का पौधा तैयार हो जाता है जिसे क्यारी में 70-75 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाया जाता है। जब पौधा बड़ा हो जाता है, तो उसे लकड़ी के खम्भे लगाकर तार या रस्सी की जाली बनाकर सहारा देना चाहिए और जड़ में मिटटी देना आवश्यक होता है। गर्मी के मौसम में हर सप्ताह सिंचाई करनी चाहिए और गोबर खाद, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश का छिड़काव करना चाहिए।
हम आशा करते है की आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकरी – गर्मी के मौसम में टमाटर की खेती कैसे करें? आपके काम आएगी | अगर आपको छत्तीसगढ़ के पौधों के बारे में जानकारी चाहिए तो आप दूसरे आर्टिकल में क्लीक करके पढ़ सकते है
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1) गर्मी के मौसम में कौन सा टमाटर लगाना चाहिए ? गर्मी के मौसम में हाईब्रिड का टमाटर लगाने पर ज्यादा कमाई होती है क्योकि हाइब्रिड के टमाटर फल ज्यादा देते है इसके अलावा कई दिनों तक ख़राब नहीं होते है। हाइब्रिड के टमाटर लगाने से और भी कई प्रकार के लाभ मिलते है। 2) टमाटर में रोग आने से कैसे बचाये ? टमाटर के रोपाई से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई करना चाहिए एवं टमाटर के पौधा लगाने के 1 सप्ताह पहले फ्लूक्लोरेलिन (बासलिन) या पेन्डीमिथेलिन के छिड़काव करना चाहिए या खेत के चारो तरफ गेंदा का फूल लगाने से कई प्रकार के रोग नहीं आते है। 3) टमाटर में कौन सा खाद डालना चाहिए ? टमाटर के फसल में आवश्यकता अनुसार गोबर खाद , नत्रजन , फास्फोरस , पोटाश , बोरेक्स डालना चाहिए इससे टमाटर में फल अधिक लगते है इसके अलावा फल बड़े बड़े होते है। 4) टमाटर का पौधा कितने दिन में फल देता है? टमाटर का पौधा कितने दिन में फल देता है? बीज से पौधे के निकलने के अमूमन 60 दिन बाद उस पर फल लगने शुरू हो जाते हैं। पके फलों की पहली तुड़ाई में लगभग 70 से 80 दिन लग जाते हैं। |