हेलो! फ्रेंड्स बहुत से लोगों का सपना होता है कि वे अपने घर में तरह-तरह के फूलों और सब्जियों के पौधे लगाएं, लेकिन ज्यादातर लोगों के घरों में पर्याप्त जगह न होने के कारण, वे एक अच्छे गार्डन को तैयार नहीं कर पाते हैं। इस स्थिति में, वे पौधों को लगाने के लिए गमलों और ग्रो बैग का उपयोग करते हैं।
आमतौर पर, गमले में पौधा लगाना बहुत ही आसान होता है, लेकिन यह कठिन काम हो सकता है पौधों को हमेशा स्वस्थ और हरा-भरा रखना। किसी भी पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए एक उत्कृष्ट उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है। अगर आपको यह नहीं पता कि गमलों की मिट्टी को उपजाऊ कैसे बनाया जा सकता है,आज के इस आर्टिकल में हम आपको गमलों की मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए कुछ सुझाव देंगे।
- 1 गमले की मिटटी को उपजाऊ कैसे बनाये –
- 2 नाइट्रोजन की पर्याप्त मात्रा देकर बनाये मिट्टी को उपजाऊ –
- 3 देशी गाय के गोबर से खाद बनाये खाद –
- 4 सही मात्रा में पानी देकर गमले की मिट्टी को बनाएं उपजाऊ
- 5 रेत या बालू मिलाकर बनायें गमले की मिट्टी को उपजाऊ
- 6 मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता
- 7 बरगद, केले, और पीपल के पत्तों से बनी खाद
- 8 नीम की खली से गमले की मिटटी को बनाये उपजाऊ
Table of Contents
गमले की मिटटी को उपजाऊ कैसे बनाये –
गमले की मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए सिर्फ पानी देना जरुरी नहीं होता, बल्कि आपको इसमें कुछ और भी महत्वपूर्ण कदम उठाने होते हैं। एक स्वस्थ पौधे के लिए उपजाऊ मिट्टी बेहद जरूरी है, और इसकी फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए आपको इसमें नियमित रूप से पोषण देने की आवश्यकता होती है। तो आइए जानते हैं कि आप गमले की मिट्टी को उपजाऊ बनाकर उसमें हरे भरे पौधों को कैसे लगा सकते हैं। पौधों को गमलों में लगाने के लिए गार्डन की मिट्टी को उपजाऊ बनाने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं |
नाइट्रोजन की पर्याप्त मात्रा देकर बनाये मिट्टी को उपजाऊ –
गमले की मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए खाद एक महत्वपूर्ण कारक होता है, लेकिन यहां नाइट्रोजन की पर्याप्त मात्रा में उपयोग करके गमले की मिट्टी को और भी प्रोडक्टिव बनाने के तरीके हैं। नाइट्रोजन मिट्टी के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व होता है जो पौधों के विकास के लिए आवश्यक होता है। जब आप मिट्टी को उपजाऊ बनाने की बात करते हैं, तो आपको नाइट्रोजन युक्त खाद को मिट्टी में अच्छी तरह से मिलाने की आवश्यकता होती है।
अगर आप सिर्फ खाद को मिट्टी के ऊपर डाल देते हैं, तो इससे गमले की मिट्टी के गुणवत्ता में बेहतरीन परिणाम नहीं मिलेंगे। गमले में नाइट्रोजन युक्त खाद को अच्छी तरह से मिलाने के लिए, आप बाजार से या ऑनलाइन जैसी स्थानों से खाद खरीद सकते हैं, या फिर अपने घर पर भी इसे तैयार कर सकते हैं।
- वर्मीकम्पोस्ट
- मस्टर्ड केक
- नीम केक
देशी गाय के गोबर से खाद बनाये खाद –
देसी गाय के गोबर से बनाई जाने वाली मिट्टी, एक आसान तरीका है जो पौधों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। गोबर की मिट्टी में पौधों के लिए जरूरी पोषण होता है, और यह पौधों के स्वस्थ विकास को सहयोग प्रदान करती है। इसके अलावा, गोबर की मिट्टी का उपयोग करने से प्रदूषण कम होता है और पर्यावरण को साफ रखने में मदद मिलती है।
सही मात्रा में पानी देकर गमले की मिट्टी को बनाएं उपजाऊ
सही मात्रा में पानी देकर गमले की मिट्टी को बनाना उपजाऊ के लिए महत्वपूर्ण है। पानी की सही मात्रा से मिट्टी को नमी देना पौधों के लिए आवश्यक होता है, जिससे पौधों को उनके जीवनकाल में आवश्यक पोषण मिले। सावधानी से पानी देने से गमले की मिट्टी उपजाऊ और सुषम बनती है, जिससे पौधों का बेहतर विकास होता है। याद रखें, अधिक पानी देने से मिट्टी बरसात के पानी से भिग जाती है, जो पौधों के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए सही मात्रा में पानी देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा पानी को फुहार के रूप में डालने के लिए वाटरिंग कैन का उपयोग करें।
रेत या बालू मिलाकर बनायें गमले की मिट्टी को उपजाऊ
यदि आपके गमले या ग्रो बैग की मिट्टी बहुत सख्त या चिकनी है, तो आप मिट्टी को उपजाऊ और मुलायम बनाने के लिए रेत या रेत का उपयोग कर सकते हैं। आपको बता दें कि हल्की रेतीली मिट्टी गमले के लिए बहुत अच्छी होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप मिट्टी में बहुत अधिक रेत मिला दें। पॉट या ग्रो बैग के लिए आपको मिट्टी और रेत को 7:1 के अनुपात में मिलाना चाहिए। इससे आपके गमले की मिट्टी मुलायम और उपजाऊ हो जाएगी।
मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता
मिट्टी की उर्वरक शक्ति बढ़ाने के लिए कैल्शियम बेहद महत्वपूर्ण होता है। मिट्टी में कैल्शियम के लिए आप स्टोन पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। स्टोन पाउडर को आप स्टोन माइंग वर्कर्स से प्राप्त कर सकते हैं या फिर किसी निर्माण स्थल से भी प्राप्त कर सकते हैं।
मिट्टी में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए, आप अंडों की छिलकों का भी उपयोग कर सकते हैं। गमलों की मिट्टी में पत्थरों का चूरा या स्टोन डस्ट आपको 4-5 साल में एक बार मिल सकता है।
बरगद, केले, और पीपल के पत्तों से बनी खाद
बरगद, केले, और पीपल के पत्तों से बनी खाद का उपयोग आप गमले को उपजाऊ बनाने के लिए उपयोग में ला सकते है | जो उनके विकास को सुधार सकता है। इस खाद को बनाने के लिए, आपको इन पत्तों को सूखा लेना होगा, उन्हें छोटे टुकड़ों में काटना होगा, और फिर उन्हें मिट्टी में मिलाना होगा। इसके बाद, आप इस मिश्रण को अपने पौधों के आसपास छिड़क सकते हैं। यह खाद पौधों को आवश्यक पोषण प्रदान करती है. और उनके स्वस्थ विकास को प्रोत्साहित करती है। इसके अलावा, यह एक प्राकृतिक और सस्ता तरीका है. जिससे आप पौधों को पोषण देते हैं |
नीम की खली से गमले की मिटटी को बनाये उपजाऊ
नीम की खली से बनाई गई मिट्टी, एक अत्यंत उपयोगी खाद होती है जो पौधों के लिए उपजाऊ बना सकती है। इसे बनाने के लिए, आपको नीम की खली को धूप में सुखाना होता है ताकि वह अच्छी तरह से सुख सके। सुखाने के बाद, आप इसे छोटे टुकड़ों में कुचलकर बनाई हुई मिट्टी में मिला सकते हैं। नीम की खली से बनी मिट्टी पौधों को अनेक पोषक तत्वों से पूरित करती है|
जैसे कि नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, और पोटैशियम, और इसके आलेखित खास गुण भी होते हैं जो पौधों के स्वस्थ विकास को प्रोत्साहित करते हैं। इसके साथ ही, नीम की खली मिट्टी को बेहतर रूप से सुषम और कोएलिटिव बनाती है, जिससे पौधों के लिए एक आदर्श वातावरण बनता है। नीम की खली से बनी मिट्टी का उपयोग करके आप पौधों को सबसे अच्छे तरीके से पोषण प्रदान कर सकते हैं और उनके स्वस्थ विकास को सुनिश्चित कर सकते हैं।
आज के आर्टिकल में हमने आपको घर पर गमले की मिट्टी को उपजाऊ कैसे बनायें से जुड़ी जानकारी दी है, जिसे आप भी आसानी से अपने घर के गमले में इस्तेमाल करके अपने गमले की मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं। हम आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आएगी। ऐसे फूलों से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी साइट flowersname.co.in पर क्लिक करें।
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