Hello Friends Welcome To My Blog
जैसे की आप सभी जानते हो की प्राकृतिक इलाज की जगह कोई नहीं ले सकता है। भारत में प्राचीन काल से ही कई बीमारियों के इलाज में जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जा रहा है। इसी विचार से आयुर्वेदिक चिकित्सा का सबसे अच्छा उदाहरण सर्पगंधा है, जिसमें कई प्राकृतिक गुण छिपे हुए हैं। यह एक प्राचीन और प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है जिसे विभिन्न रोगों के इलाज में उपयोग किया जाता है।
बेशक, मेडिकल साइंस ने कितनी ही प्रगति क्यों न कर ली है, लेकिन प्राकृतिक इलाज की जगह कोई नहीं ले सकता। संभवत यही कारण है कि भारत में प्राचीन काल से ही कई बीमारियों के इलाज में जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जा रहा है। ऐसे ही एक आयुर्वेदिक औषधि है सर्पगंधा, जिसमें कई प्राकृतिक गुण छिपे हुए हैं। इसकी मदद से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के रोगों का इलाज संभव है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसके फायदों , उपयोग , और नुकसान के बारे में बताने जा रहे है |
विषय सूची
1. | सर्पगंधा पौधा क्या है? – What is Sarpagandha |
2. | सर्पगंधा के फायदे – Benefits of Sarpagandha |
3. | सर्पगंधा का उपयोग – How to Use Sarpagandha |
4. | सर्पगंधा के नुकसान – Side Effects of Sarpagandha |
5. | कैसे खाएं |
- 1 सर्पगंधा पौधा क्या है? – What is Sarpagandha
- 2 सर्पगंधा के फायदे – Benefits of Sarpagandha
- 3 अनिद्रा से दिलाये राहत –
- 4 मासिक धर्म के दर्द से राहत –
- 5 काली खासी में उपयोग –
- 6 कीट के काटने पर असरकारक –
- 7 सांप के काटने का इलाज –
- 8 बुखार को करे कम –
- 9 सर्पगंधा का उपयोग – How to Use Sarpagandha
- 10 कैसे खाएं:
- 11 कब खाएं:
- 12 कितना खाएं:
- 13 सर्पगंधा के नुकसान – Side Effects of Sarpagandha
Table of Contents
सर्पगंधा पौधा क्या है? – What is Sarpagandha
सर्पगंधा एक तरह का पौधा है। इसकी जड़ों का रंग पीला या भूरे रंग का होता है। वहीं, इसकी पत्तियों का रंग चमकीला हरा होता है और ये हमेशा तीन-तीन के जोड़े में होती हैं। इसके फूल का रंग सफेद और वायलेट होता है। सर्पगंधा को घर में लगाने से माना जाता है कि सांप नहीं आते हैं। इसके साथ ही इसे सांप के काटने पर दवा की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका वैज्ञानिक नाम रावोल्फिया सर्पेंटिना (Rauvolfia serpentina) है। इसे इंडियन स्नेकरूट के नाम से भी जाना जाता है। सर्पगंधा की जड़ को पीसकर इसके पाउडर को खाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।
सर्पगंधा के फायदे – Benefits of Sarpagandha
सर्पगंधा एक प्राकृतिक औषधि है जिसके उपयोग से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह एक जड़ी-बूटी है जिसमें विभिन्न रोगों के इलाज में उपयोगी गुण होते हैं। यंहा हम आपको कुछ महत्वपूर्ण सर्पगंधा के फायदे के बारे में बता रहे हैं
अनिद्रा से दिलाये राहत –
सर्पगंधा का उपयोग कर अनिद्रा की समस्या से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। एक शोध के अनुसार, सर्पगंधा में सेरोटोनिन मूड को बेहतर करने वाला केमिकल पाया जाता है, जिसके कारण यह नींद की गुणवत्ता में सुधार करने का काम कर सकता है। इस लिहाज से कह सकते हैं कि सर्पगंधा के उपयोग से इंसोमनिया अनिद्रा की अवस्था में राहत मिल सकती है।
मासिक धर्म के दर्द से राहत –
सर्पगंधा का सेवन कर मासिक धर्म के दर्द को कम किया जा सकता है। सर्पगंधा में पाए जाने वाले एल्कलॉइड में एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द को कम करने का काम कर सकते हैं।
काली खासी में उपयोग –
सर्पगंधा के औषधीय गुण के कारण ही इसे काली खांसी के घरेलू इलाज में भी उपयोग किया जा सकता है। एलर्जी के कारण खांसी की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसे दूर करने में एंटी माइक्रोबियल सहायक हो सकता है। वहीं, सर्पगंधा में एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। इसलिए, सर्पगंधा के फायदे काली खांसी को ठीक करने के काम भी आ सकते हैं।
कीट के काटने पर असरकारक –
भारत में कीटे-मकोड़ों के काटने पर भी जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है। सर्पगंधा भी इन्हीं जड़ी-बूटियों में शामिल है। इसमें कीटनाशक गुण पाए जाते हैं, जिस कारण सर्पगंधा के फायदे कीटों के काटने से होने वाली समस्या को दूर करने में काम आ सकते हैं।
सांप के काटने का इलाज –
कई बार सांप के काटने पर तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट देना मुश्किल हो जाता है। ऐसी स्थिति में जान जोखिम में पड़ सकती है। इस अवस्था में घर में लगे सर्पगंधा का उपयोग कर सांप के काटने का इलाज किया जा सकता है। यह सांप के विष के प्रभाव को कम करने में मददगार हो सकता है।
बुखार को करे कम –
बुखार को कम करने के लिए कई तरह की दवाई का उपयोग किया जाता है, लेकिन सर्पगंधा का उपयोग भी बुखार की दवाई की तरह काम कर सकता है। इसमें एल्कलॉइड पाए जाते हैं, जो दवा का काम कर सकते हैं। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि सर्पगंधा के उपयोग से बुखार को कम किया जा सकता है।
सर्पगंधा का उपयोग – How to Use Sarpagandha
सर्पगंधा जड़ के पाउडर को आप कई तरह से उपयोग कर सकते हैं। यहां तक कि आप इसे खाने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कि इसे कैसे-कैसे उपयोग में लाया जा सकता है।
कैसे खाएं:
- सर्पगंधा पाउडर को पानी में मिला कर लिया जा सकता है।
- सर्पगंधा को दूध के साथ भी लिया जा सकता है।
- सर्पगंधा को शहद के साथ भी लिया जा सकता है।
कब खाएं:
- सुबह दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है।
- रात में सोने से पहले दूध या पानी के साथ भी ले सकते हैं।
कितना खाएं:
- एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम को ले सकते हैं।
- बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से पूछकर इसकी खुराक लें।
सर्पगंधा के नुकसान – Side Effects of Sarpagandha
कोई भी खाद्य पदार्थ कितना भी लाभदायक क्यों हो, लेकिन उसे अधिक मात्रा में लेने से कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। सर्पगंधा के साथ भी कुछ ऐसा ही है। हालांकि, इसके खास नुकसान नहीं है, लेकिन उच्च रक्तचाप की अवस्था में इसकी अधिक डोज लेने से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। ऐसा सर्पगंधा में पाए जाने वाले रेसरपीन के कारण है। ये दुष्प्रभाव कुछ इस तरह के हो सकते हैं।
- सुस्ती
- अवसाद
- मतली
- उल्टी
- पेट में ऐंठन
- गैस्ट्रिक अल्सरेशन
- ब्रैडीकार्डिया
- एनजाइना
- खुजली
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- अस्थमा
इसे भी पढ़े – डायबिटीज मरीज के लिए रामबाण है ये स्पेशल चाय गुड़हल की चाय
अब तक आपने सर्पगंधा का सिर्फ नाम ही सुना होगा, लेकिन इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप यह जरूर जान गए होंगे कि यह आयुर्वेदिक औषधि किस कदर लाभदायक हो सकती है। अगर आप भी इस आर्टिकल में बताई गई किसी समस्या से परेशान हैं, तो आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह अनुसार सर्पगंधा का इस्तेमाल जरूर करके देखें। हम उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी |